मुझे तों एक ही कतरा नसीब हों जाएं

धरमपुरी से इब्राहिम रिज़वी। तेरी अताओं का दरिया तो मोजीज़न आका, मुझे तों एक ही कतरा नसीब हों जाएं। नज़र से देख लूं अपनी मैं जीते-जी जन्नत , जों देखना तेरा रोजा नसीब हों जाएं। बड़े नसीब से ऐसा नसीब हों जाएं कि मंत्रमुग्ध कर देने वाली नात, हाथों में तिरंगा। हकीमी स्काउट्स मनावर के सदस्यों का वाद्य यंत्रों के साथ मार्च पास्ट और मदरसा बुरहानियां के बच्चों के हाथों में पर्यावरण बचाने के प्रेरक संदेश के बेनर के साथ धरमपुरी बोहरा समाज ने बुधवार शाम को मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला।

  • बुधवार को ईद मिलादुन्नबी की पूर्व संध्या पर सैफी मस्जिद से शाम को वाली मुल्ला शब्बीर भाई रौनक की सदारत मे जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से निकाला गया ।
    सैफी मस्जिद से शुरू हुए जुलूस में हकीमी स्काउट दल मनावर के सदस्य वाद्ध यंत्र पर सुमधुर धून बिखेरते हुए मार्च पास्ट कर रहे थे । जुलूस मे मदरसा पंजतनिया के छात्र छात्राए भी शामिल हुए । जुलूस मे शेख़ अब्बास भाई रिज़वी, अंजुमन ए नजमी जमात के पदाधिकारी व विभीन्न संस्थाओं के पदाधिकारी के साथ समाजजन शामिल हुए ।
    जुलूस मे समाज के लोग नारा ए तकबीर अल्लाह हो अकबर , मिलादुन्नबी मुबारक हो , सय्यदना मुफद्दल सैफूद्दीन जिंदाबाद , फातेमी दावत जिंदाबाद ,हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे । *
    मिलादुन्नबी की पूर्व संध्या पर समाज के 52 वे धर्मगुरु डॉ सय्यदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन मौला (रि.अ.) एवं 51वें धर्मगुरु डॉ सय्यदना ताहेर सैफुद्दीन मौला (रि.अ.) के साथ 53 वें दाई सय्यदना मुफद्दल सैफुद्दीन मौला की रिकार्डेड वाअज का प्रसारण हुआ । स्क्रीन पर मौला के दीदार करते ही समाजजनों की आंखो से आंसु बह निकले । जिसमे मौला ने फरमाया कि पेंगबर मोहम्मद साहब सभी के लिए रहमत का सबब बन कर आए । मौला ने मोहम्मद रसुल्लाह साहब के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए समाजजनों से रसुल्लाह के बताये हुए रास्ते पर चलने का आह्वान किया ।

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